अब तक घर में छोटा था,
तो सबके सर चढ़ जाता था।
लाख मनाले चाहे कोई,
अड़ता तो अड़ जाता था।।
तभी किवाड़ पे दस्तक देती,
एक छोटी सी अनजानी सी।
दादी बोली राजा बेटा,
तेरी इतनी सी लड़क कहानी थी।।
अब छोटा कोई और भी आया,
तुझे बड़ा बनाने को।
नन्हे तूफ़ान कैसे संभाले,
बस इतना तुझे समझाने को।।
देख उदास मुझे माँ बोली,
ये बहन होती है बड़ी ही भोली।
ऊपर से ये तो छोटी है,
तुझसे भी ज्यादा खोटी है।।
ये दुनिया बहुत अनजानी है,
ये बात तुझे ही समझानी है।
हाथ पकड़ अब चलना सीख,
बड़ा होगया अब ढलना सीख।।
छोटा था जब तक जीना,
राजा जैसा लगता है।
पर अब जाके पता चला कि,
बड़ा भाई होना कैसा लगता है।।
happy bdayyy. god bless..